नागपुर | ऐडवोकेट अब्दुल अमानी कुरैशी | होली के गीतों और डीजे की धुन पर रात को लोगों ने बुराई की प्रतीक “होलिका” का दहन किया और एक दूसरे को रंग लगाकर जमकर होली खेली शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक सभी होली के रंगों और गीतों में रंगे दिखे | शहर में करीब 900 जगह होलिका दहन हुआ | आधी रात तक कई मोहल्लों में नाच-गाना होता रहा | इससे पहले महिलाओं ने होलिका का पूजन किया और सुख-समृद्धि की कामना की वहीं लोगों ने अपने देव-पितरों के स्थानों पर जाकर भी पूजा-अर्चना की होली की रात पुलिस भी चौकन्नी रही |शहर के विभिन्न मोहल्लों और चौराहों पर होलिका स्थल भव्य रूप से सजाए गए थे | परंपरा के अनुसार सनातन धर्म को मानने वाली महिलाओं ने नये अनाज और पुष्प चढ़ाने के बाद होली की परिक्रमा की।सोमवार को सुबह ८..०० से होली का उत्सव पूरे शहर में मनाया गया |
शहर के विभिन्न इलाकों में लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली खेलते नगर आये | इस दौरान ज्यादातर सामाजिक संगठनों , व्यापारीयों ने तो की स्थानो पर मंदिर प्रबंधन ने अपने यहां होली मिलन समारोह का आयोजन किया है जिसमें फूलों की पंखुड़ियों से होली खेलने के लिए बीते कई दिनों से जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है | मंदिरों में भी इस बार सभी भक्त फूलों से होली खेलें | इसके लिए बीते एक सप्ताह से तैयारियां की जा रही हैं | होलिका दहन के दौरान लोगों ने लकड़ी की संख्या कम और गाय के गोबर से बने उपलों का उपयोग अधिक किया | आमजन का कहना था कि बीते कई सालों से शहर में बड़ी संख्या में वृक्ष काटे जा रहे हैं जिसका खामियाजा सभी को गर्मी के रूप में भुगतना पड़ रहा है | इस सिस्टम को एकदम तो बंद नहीं किया जा सकता है लेकिन धीरे-धीरे जैसे ही आमजन में जागरूकता आएगी वैसे- वैसे लोग गाय के उपलों का उपयोग कर रहे हैं | साथ ही कुछ सामाजिक संस्थाएं इस बारे भी में लोगों को जागरूक करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं जिससे पर्यावरण को नुकसान होने से बचाया जा सके।पुरे शहर में पुलिस मुस्तैद नजर आयी ,रात ८ बजे के बाद जगह जगह नाकाबंदी लगाकर आने-जाने वाले लोगों से पुछताछ की जारही थी, रजिस्टर में उनके नाम पते लिखे जारहे थे। राजनीतिक दल के नेता कार्यकर्ता भी होली उत्सव जोशीले अंदाज में मनाते नजर आयें।