मथुरा | अशोक त्रिपाठी | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या और काशी के बाद अब मथुरा और वृंदावन पर सरकार का पूरा फोकस है। उन्होंने कहा कि मथुरा-वृंदावन में विकास की गति को और तेज किया जाएगा। उन्होंने न्यायालयों में चल रहे मामलों में भी जीत मिलने की उम्मीद जताई। साथ ही कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लोगों को चेतावनी भी दी कि मातृ शक्ति का अपमान करने वालों को पूरा देश सबक सिखाने के लिए तैयार है। सीएम ने कहा कि मथुरा राधा रानी और यमुना मइया की भूमि है। यहां मातृशक्ति पर ओछी टिप्पणी करने वालों को भगवान भी बचा पाएंगे या नहीं, इसमें भी संदेह है। मुख्यमंत्री गुरुवार को यहां सेठ बी.एन. पोद्दार इण्टर कॉलेज मैदान में आयोजित विजय संकल्प नामांकन सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने वर्तमान सांसद और बीजेपी की ओर से लोकसभा प्रत्याशी हेमा मालिनी के पक्ष में प्रचार किया। सीएम योगी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 10 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं।
राजनीति करने लायक नहीं रहेंगे इंडी गठबंधन वाले
मुख्यमंत्री ने वर्तमान सांसद हेमा मालिनी को तीसरी बार प्रतिष्ठित मथुरा सीट से नामांकन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि तीसरी बार हेमा जी यहां से प्रत्याशी बनी हैं तो दूसरी पार्टियों के पास प्रत्याशी ढूंढे नहीं मिल रहे। उन्हें उधार में प्रत्याशी लेने पड़ रहे हैं और जब उधार में भी नहीं मिल रहे तो कांग्रेस के नेता अपना आपा खो चुके हैं। मातृ शक्ति पर अपमानजनक टिप्पणी करके आधी आबादी का अपमान करने पर उतारू हो चुके हैं। मगर इंडी गठबंधन वालों को जानकारी होनी चाहिए कि ये राधे रानी और यमुना मइया की भूमि है। अगर आधी आबादी का अपमान करोगे तो पूरा भारत ऐसा सबक सिखाएगा कि राजनीति करने लायक नहीं रहोगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, मगर इसका मतलब ये नहीं कि हम मातृशक्ति का अपमान करे।
कांग्रेसियों को भगवान भी बचा पाएगा या नहीं, इसपर संदेह
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें व्यक्तिगत रूप से कोई पसंद हो न हो, मगर हम कला, संस्कृति और जाति को टार्गेट नहीं कर सकते। अगर कोई ऐसा कर रहा है तो वो अपने लिए खुद गड्ढा खोद रहा है। उन्होंने कहा कि मथुरा कला की भूमि है। भगवान कृष्ण ने 16 कलाओं के साथ यहीं पर अवतार लिया है। कला का सम्मान करने के लिए इससे अच्छी भूमि कौन हो सकती है। इसलिए भारत की सुविख्यात सिने अदाकारा जिन्होंने अपनी कला और प्रतिभा के माध्यम से भारत की संस्कृति और सभ्यता को वैश्विक मंच पर स्थापित करने में पूरा जीवन लगा दिया हो। इनके मंचन को देखने के लिए दुनियाभर के लाखों लोग जुटते हैं। इसका सम्मान कौन भारतीय नहीं करेगा, यदि ये भी कांग्रेसियों को बुरा लगता है, तो उन्हें भगवान भी बचा पाएगा या नहीं इसपर संदेह होता है।