दुर्ग | सोनम कौर| छत्तीसगढ़ में एक बार फिर शराब घोटाले मामले को लेकर छापा मारा है। ईओडब्ल्यू की टीम ने शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू ढिल्लन और विजय भाटिया के घर छापेमार कार्रवाई की है। शराब मामले में त्रिलोक पहले से ही आरोपी है, आज उसे कोर्ट में पेश करना है। शराब मामले में नए सिरे से जांच के साथ ही एसीबी व ईओडब्ल्यू की टीमें उसके घर तलाशी लेने पहुंची है।बुधवार की सुबह 4-5 गाड़ियों में एसीबी व ईओडब्ल्यू की टीम भिलाई नेहरू नगर पहुंची। जहां उन्होंने आरोपी त्रिलोक ढिल्लन के घर छापेमार की कार्रवाई की है। फिलहाल जांच एजेंसी के अफसर ढिल्लन के निवास पर दस्तावेज खंगाल रहे हैं। ईओडब्ल्यू ढिल्लन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
ढिल्लन को 25 अप्रैल को कोच्चि से पकड़ा गया था। 26 अप्रैल को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पहले 2 मई तक फिर 8 मई तक की रिमांड ईओडब्ल्यू को मिली थी। ढिल्लन की रिमांड आज पूरी हो रही है, आज उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा उससे पहले टीम ने दबिश दी है।दबिश के बाद टीम पंचनामा कार्रवाई कर सील किये गए कमरों व अलमारी की तलाशी ले रही है। जांच में जो भी अहम दस्तावेज या सबूत मिलेंगे उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिलहाल छापेमार कार्रवाई जारी है। बता दें कि बीते 12 अप्रैल को भी टीम ने ढिल्लन के यहां छापेमार कार्रवाई की थी। इस दौरान पप्पू के घर से 28 लीटर विदेशी शराब जब्त किया गया था। यह चौथी बार है जब ढिल्लन के घर एसीबी की छापेमारी की है। इससे पहले ईडी की टीम भी यहां छापा मार चुकी है।
ईडी की सूचना के आधार पर ईओडब्ल्यू में दर्ज एफआईआर में अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर को शराब घोटाला का मास्टर माइंड बताया गया है। शराब घोटाले में शामिल आईएएस व अन्य सरकारी अफसर और लोग सहयोगी की भूमिका में थे। इस घोटाले में होने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा मास्टर माइंड को जाता था। बता दें कि टुटेजा आईएएस अफसर हैं, जब यह घोटाला हुआ तब वे वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव थे। दूरसंचार सेवा से प्रतिनियुक्ति पर आए त्रिपाठी आबकारी विभाग के विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कार्पोरेशन के एमडी थे। वहीं, ढेबर कारोबारी हैं।