नारायणपुर। न्यूज़ डेस्क। नारायणपुर जिला मुख्यालय में स्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में वाहन चालक ने अधिकारी द्वारा प्रताड़ित किए जाने की 11 बिंदुओं पर लिखित शिकायत की है। मामले में संबंधित अधिकारी ने आरोपों को नकारा है, वहीं सीएमएचओ ने शिकायत मिलने पर जांच कर उचित कार्रवाई की बात कही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में वाहन चालक कैलाश ठाकुर ने जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव बघेल पर शराब मंगवाने और निजी कार्य करवाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। कैलाश का आरोप है कि अधिकारी उसे न केवल सरकारी कार्यों के लिए, बल्कि अपने निजी कार्यों के लिए भी परेशान करते हैं। उसे रोजाना सुबह 8.30 बजे बुलाकर बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए कहा जाता है।
इसके अलावा कार्यालय बंद होने के बाद भी उसे देर रात तक रोके रखा जाता है। हद तो तब होती है जब साप्ताहिक अवकाश के दिनों में भी उसे बच्चों को घुमाने और बाजार से खरीदारी करवाने के लिए बुलाया जाता है। कैलाश का आरोप है कि यह सिलसिला पिछले 8 महीनों से लगातार चल रहा है।
कैलाश ने बताया कि वह खुद शराब नहीं पीता और अधिकारी द्वारा बार-बार शराब मंगवाने पर उसे झिझक महसूस होती है। जब वह इस काम से इंकार करता है, तो उसे उसका वाहन कार्यालय से निकाल देने की धमकी दी जाती है, और नोटिस देकर परेशान किया जाता है। चालक ने बताया उसकी पत्नी गर्भवती है और उसकी हालत को देखते हुए वह जल्दी घर जाना चाहता है। लेकिन अधिकारी उसे देर रात तक रोके रखते हैं।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव बघेल ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि कैलाश कई बार सरकारी कार्यों में अनुपस्थित रहता है और फोन करने पर वह फोन भी नहीं उठाता। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कैलाश को रात में सिर्फ आपातकालीन स्थिति में बुलाया गया है।
वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएस राज ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है और अभी तक कैलाश की शिकायत का पत्र उनके पास नहीं पहुंचा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पत्र प्राप्त होने के बाद उसकी जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।