रायपुर। गुरमीत सिंह मेहरा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 2 अक्टूबर को मनाई जाने वाली जयंती के अवसर पर भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत दिवस के रूप में श्रद्धांजलि दी जाती है। इसी क्रम में 17 सितंबर से 01 अक्टूबर 2024 तक छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों में ‘‘स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता’’ के विषय पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरूण साव ने सभी नगर निगमों, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों को इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के निर्देश दिए हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों, सामाजिक संगठनों एवं विभिन्न संस्थानों को शामिल कर स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना है।
अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण, वॉकथॉन, प्रतियोगिताएं, प्रतिज्ञाएँ और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, अभिनव प्रयासों के रूप में ‘क्लीन स्ट्रीट फूड चैलेंज, ‘वेस्ट टू आर्ट’, और ‘स्वच्छ भारत कल्चर फेस्ट’ जैसे आयोजनों को भी शामिल किया गया है। इन कार्यक्रमों में ब्रांड एंबेसडर और इन्फ्लूएंसर्स को शामिल कर आम जनता तक स्वच्छता का संदेश पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा। सफाई मित्रों के स्वास्थ्य के लिए विशेष स्वच्छता शिविर भी आयोजित किए जाएंगे, जहाँ उनके स्वास्थ्य की देखभाल हेतु एकल खिड़की स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जाएंगी। साथ ही श्रमदान के माध्यम से रेलवे स्टेशन, नालों, सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थलों की सफाई की जाएगी।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में सभी नगर निगमों को एमआईएस एंट्री सुनिश्चित करने के साथ-साथ विभिन्न विभागों और एनजीओ की भागीदारी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया जा सके।