भिलाई। महेंद्र कुमार जांगड़े । वेटिकन सिटी (रोम) में हाल ही में आयोजित विश्व धर्म संसद में इस्पात नगरी भिलाई निवासी वीके मोहम्मद ने प्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्थान शिवगिरी मठ वर्कला (केरल) का प्रतिनिधित्व किया। इस धर्म संसद में विश्व के 17 देशों से सभी धर्म के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और विश्व शांति में धर्म की भूमिका पर मंथन किया। वीके मोहम्मद ने यहां ईसाई धर्म के सर्वोच्च प्रतिष्ठित पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात की और उनसे आध्यात्मिक अनुभव ग्रहण किया।वैशाली नगर निवासी वीके मोहम्मद ने बताया कि ठीक 100 साल पहले 1924 में प्रख्यात समाज सुधारक श्री नारायण गुरु ने अद्वैत आश्रम अलुवा (केरल) में विश्व धर्म संसद का आयोजन किया था। जिसमें तब दुनिया भर के प्रतिनिधियों अपनी उपस्थिति देकर एक सार्थक संवाद किया था।
इस शताब्दी समारोह के एक हिस्से के रूप में, शिवगिरी मठ ने पिछले माह 29 और 30 नवंबर को वेटिकन में विश्व धर्म संसद की मेजबानी की। समुदायों के बीच अंतरधार्मिक संवाद और सद्भाव को बढ़ावा देने यह पहल की गई।वीके मोहम्मद ने बताया कि इस वैश्विक धर्म संसद में दुनिया भर के प्रतिनिधियों ने विश्व शांति में धर्म की भूमिका और इसमें अपने योगदान पर चर्चा की। वहीं विश्व शांति के समक्ष आ रही चुनौतियों का समाधान निकालने पर भी विचार हुआ। उल्लेखनीय है कि इस्पात नगरी भिलाई में इंजीनियरिंग फर्म सन्मति एंटरप्राइजेज संचालित कर रहे वीके मोहम्मद वर्तमान में शिवगिरी मठ (वर्कला) में चेयरमैन एडवाइजरी बोर्ड सदस्य हैं। इसके पहले वे श्री नारायण गुरु यूनिवर्सल कन्फेडरेशन ऑर्गेनाइजेशन के प्रेसिडेंट भी रहे हैं।
पोप फ्रांसिस से मिलना एक महान आध्यात्मिक अनुभव
वीके मोहम्मद ने बताया कि वेटिकन सिटी में धर्म संसद में ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का उद्बोधन हुआ। वहीं सभी आगंतुकों को पोप से प्रत्यक्ष भेंट करने का अवसर भी दिया गया। वीके मोहम्मद वहां सपत्नीक उपस्थित थे। पोप फ्रांसिस से अपनी मुलाकात का उल्लेख करते हुए वीके मोहम्मद कहते हैं, उनके लिए यह जीवन का एक महान आध्यात्मिक अनुभव रहा, जब हम दोनों पति-पत्नी ने उनसे मुलाकात की। वीके मोहम्मद कहते हैं, इस दौरान पोप फ्रांसिस काफी देर तक उनका हाथ थामे रहे और आशीर्वचन भी दिया।