कोरबा। न्यूज़ डेस्क। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक के 100 सीटर कन्या आश्रम में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आश्रम में बचपन की पढ़ाई करने वाली एक नाबालिग आर्किटेक्ट ने सोमवार-मंगलवार की रात एक बच्चे को जन्म दिया और नवजात शिशु को आश्रम के पीछे जंगल में फेंक दिया। यह मामला तब सामने आया, जब मंगलवार की सुबह प्लास्टिक के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए और उसे इलाज के लिए पोडी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। आक्षेपों ने जांच के बाद पुष्टि की कि पत्थर ने हाल ही में स्थापित किया है।
शोधकर्ताओं से पूछताछ में उसने बताया कि उसे आश्रम के आश्रम में ही जन्म दिया गया था और नवजात को जंगल में फेंक दिया गया था। इतना सामान ही आश्रम के कर्मचारियों और प्रशासन में भर्ती कराया गया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मुख्य सचिव और नवजात शिशु को जंगल से बरामद किया। रात भर कटाखे की ठंड के बावजूद भी बच्चा जीवित था। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न
इस घटना के बाद आश्रम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं | एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र के अलावा आश्रम प्रशासन को इसकी होने की जानकारी कैसे नहीं हुई? आश्रम में हेल्थ केयर की देखभाल और स्वास्थ्य जांच के लिए क्या व्यवस्था है? इस घटना को जिला स्तर पर नामांकित से नामांकित किया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग को इस मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। आश्रम की अध्यापिका को निलंबित कर दिया गया है और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है।