दुर्ग | गुरमीत सिंह मेहरा | बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान” केप्रभावी क्रियान्वयन हेतु परियोजना स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला कार्यक्रम अधिकारी आर. के. जाम्बुलकर एवं जिला महिला अधिकारी अजय कुमार साहू द्वारा दीपप्रज्वलन एवं सरस्वती माता को माल्यार्पण करते हुए किया गया।जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला महिला अधिकारी द्वारा अपने उदबोधन मे बाल विवाह के दुष्परिणाम पर प्रकाश डालते हुए सम्पूर्ण जिला सम्पूर्ण राज्य को बाल विवाह मुक्त कराने हेतु रणनीति व जिम्मेदार विभागों के कार्यादायित्व पर चर्चा की गयी।
कार्यक्रम मे स्वास्थ्य विभाग की जिला टिकारण अधिकारी डॉ. दिव्या श्रीवास्तव मैडम एवम डॉ अर्चना चौहान द्वारा बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणाम पर विस्तार से बताया साथ ही बालिकाओं के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर इसके dushprbhav के विषय मे चर्चा की गयी। कार्यशाला मे परियोजना अधिकारी अनिता सिंग द्वारा व आई. सी. पी. एस शाखा की सीता कन्नौजे द्वारा बालविवाह का शत प्रतिशत उन्मूलन हेतु क़ानून व क्रियान्वयन हेतु जिम्मेदार विभागों एवं क्रियान्वयन मे आने वाली चुनौतीयों के विषय पर चर्चा की गयी।
कार्यशाळा मे बताया गया की किस तरह बालविवाह समाज के राष्ट्र के सामाजिक व आर्थिक विकास को प्रभावित करता है। कार्यशाला मे जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला महिला अधिकारी द्वारा बाल विवाह रोकथाम हेतु सभी उपस्थित प्रतिभागियों को शपथ दिलाया गया।