दुर्ग | सोनम कौर | दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है | 14 साल पहले दर्ज किए गए एक मामले में लगातार सुनवाई के बाद कोर्ट ने कांग्रेस नेता राजेंद्र साहू, जानिसार अख्तर, रीति देशलहरा सहित अन्य नेताओं को बरी कर दिया | जानकारी के मुताबिक मामला साल 2009 का है | उस वक्त छत्तीसगढ़िया बेरोजगारों की भर्ती की मांग को लेकर जेपी सीमेंट के सामने प्रदर्शन हुआ था तब वर्तमान में कांग्रेस के दुर्ग लोकसभा प्रत्याशी, तत्कालीन छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के नेता राजेंद्र साहू, जानिसार अख्तर, घनाराम साहू, शंकर साहू, रीति देश लहरा, बसंत गायकवाड, महेंद्र साहू, जितेंद्र कुमार सपहा, प्रकाश शर्मा, मेघनाथ आदि ने धरना प्रदर्शन किया था प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए स्थिति को नियंत्रण में किया था |
वहीं, लगभग 10 लोगों के खिलाफ सुपेला थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी | आरोपियों के खिलाफ धारा 147, 186, 332, 353 के तहत अपराध दर्ज किया गया था | इस मामले में आरोपी बरी किए गए | गौरतलब है कि साहू पहले कांग्रेस में रहे राजनीति के चाणक्य वरिष्ठ नेता स्व. वासुदेव चंद्राकर के शिष्य रहे | इस बीच पूर्व सांसद स्वर्गीय ताराचंद साहू ने बीजेपी छोड़कर स्थानीय पार्टी छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच बना ली | इसके बाद राजेंद्र साहू ने उनकी पार्टी जॉइन कर ली थी | जब भूपेश बघेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने तो साहू की फिर कांग्रेस में वापसी हुई |
पूर्व सीएम बघेल के चुनाव संचालक थे साहू
साल 2019 में राजेंद्र साहू भूपेश बघेल के चुनाव संचालक थे| प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उन्हें जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग में अध्यक्ष बनाया गया | करीब दो माह पूर्व उन्होंने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया था | अब वर्तमान में इन्हें दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है |