बिलासपुर | न्यूज़ डेस्क | जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम चिल्हाटी में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है | युवक की पहचान कसडोल थाना क्षेत्र के निवासी टीकाराम केवट के रूप में हुई है, जो अपनी प्रेमिका से मिलने गांव आया था | घटना के खुलासे के बाद यह सामने आया कि लड़की के परिजन, टीकाराम और उसकी प्रेमिका गीता के संबंधों से नाराज थे | उन्होंने टीकाराम को रास्ते से हटाने की योजना बनाई, जिसके तहत उसे जंगल में ले जाकर बेरहमी से पीटा और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी | पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के आदेश पर तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हत्या के आरोपियों को हिरासत में ले लिया है | इस हृदय विदारक घटना से टीकाराम के परिवार में शोक की लहर है | वहीं पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उन्हें न्याय की उम्मीद है |
प्रेम संबंध बना जान का दुश्मन
बिलासपुर जिले के थाना पचपेड़ी क्षेत्र के ग्राम चिल्हाटी में एक युवक का शव मिलने से हड़कंप मच गया | मृतक की पहचान कसडोल थाना क्षेत्र के निवासी टीकाराम केवट के रूप में हुई है | मामला संदिग्ध होने पर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया | जांच के दौरान मृतक के परिजनों ने बताया कि टीकाराम का प्रेम संबंध गांव की युवती गीता यादव से था | 2 नवंबर 2024 को वह अपने मित्र दीपक वर्मा के साथ दोपहर 12 बजे घर से बाइक पर निकला था | जानकारी के अनुसार, लड़की के परिजन टीकाराम और गीता के संबंधों से नाखुश थे, जिस कारण उन्होंने गीता को अपने रिश्तेदार भागवत यादव के घर दिगोरा भेज दिया था |
जंगल में हत्या की साजिश
आरोपियों ने जंगल में टीकाराम और दीपक को पकड़कर उनपर हमला कर दिया | मौका पाकर दीपक वहां से भाग गया, लेकिन टीकाराम पर आरोपियों ने डंडों और मुक्कों से हमला कर दिया और अंत में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी | पूछताछ के दौरान आरोपियों ने टीकाराम की हत्या की बात कबूल की है | इस मामले में पुलिस ने सुखी राम यादव, भोजराम यादव, गौरी शंकर यादव, ललित यादव, राहुल यादव और भागवत यादव को गिरफ्तार किया है |
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
इस मामले में थाना पचपेड़ी और कसडोल पुलिस के अधिकारियों का विशेष योगदान रहा | पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशानुसार तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया गया | टीकाराम के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पुलिस की तड़ित कार्रवाई से उन्हें न्याय मिलने की संभावना बढ़ गई है |