मदीनापुर । दीपक भट्टाचार्य | पश्चिम बंगाल के पूर्वी मदिनापुर जिले के भूपतिनगर में एनआईए की टीम पर कुछ ग्रामीणों ने हमला कर दिया। एनआईए की टीम तृणमूल कांग्रेस टीएम सी के नेता के घर पर 2022 में हुए विस्फोट से जुड़े केस में जांच के लिए पहुंचे थे। इस दौरान ही उग्र भीड़ ने टीम पर हमला कर दिया है। इसको लेकर कोलकाता से लेकर दिल्ली तक सियासत गर्म हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसको लेकर एनआईए की टीम पर ही सवाल उठा दिए हैं।
आधी रात में जाने की क्या जरूरत
बता दें कि एनआईए टीम से पहले ED पर भी बंगाल में हमला हो चुका है। वहीं इस मुद्दे पर जारी सियासत के बीच सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि एनआईए की टीम को आधी रात में जाने की क्या जरूरत थी। ग्रामीण आधी रात में गांव में किसी अजनबी को देखते हैं तो क्या करते हैं। ग्रामीणों ने एनआईए के अधिकारियों के साथ वही किया जो आम तौर पर ग्रामीण करते हैं।
बीजेपी ही जिम्मेदार
पश्चिम बंगाल के रायगढ़ में बातचीत के दौरान कहा कि एनआईए ने छापेमारी रात में ही क्यों कीघ् ममता ने पूछा कि एनआईए पुलिस की इजाजत से ऑपरेशन के लिए गई थी या नहीं ममता ने पूछा कि चुनाव के समय लोगों को गिरफ्तार क्यों किया जा रहा है। इस मामले में सीएम ममता बनर्जी ने सीधे तौर पर बीजेपी को ही जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ये लोग बीजेपी की मदद के लिए ऐसा काम कर रहे हैं।
बीजेपी पर भड़कीं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने इस वाकए को लेकर कहा कि दुनिया के लोगों से अपील करते हैं कि वे बीजेपी के इस गंदी राजनीतिक के खिलाफ खड़े हों और विरोध दर्ज करें। वहीं इस मामले में टीएमसी नेता कुणाल घोष ने भी भूपतिनगर को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और कहा कि यह घटना अनजाने में हुई है।
एनआईए टीम ने दर्ज कराया है केस
वहीं एनआईए टीम पर हुए हमले को लेकर अधिकारियों ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है। एनआईए अधिकारी द्वारा दायर शिकायत के आधार पर भूपतिनगर पुलिस स्टेशन द्वारा मुख्य आरोपी मोनोब्रोतो जानाए उसके परिवार के सदस्यों और अन्य अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 332, 353, 186, 323, 427, 34 और पीडीपीपी अधिनियम 1984 की धारा 3 के तहत FIR दर्ज की गई है।बता दें कि जब उग्र भीड़ द्वारा एनआईए की टीम पर जमकर पत्थरबाजी की जा रही थी तो उसी दौरान जांच एजेंसी के अधिकारियों ने मुख्य आरोपी मोनोब्रोतो जाना को गिरफ्तार कर लिया था।