भिलाई । मिनल केडेकर। हैदराबाद में होने जा रहे राष्ट्रीय लोक मंथन आयोजन में प्रख्यात लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय देश भर की कला-संस्कृति बिरादरी के बीच छत्तीसगढ़ी लोकवाद्यों का जादू जगाएंगे। वहां 21से 23 नवम्बर तक होने जा रहे कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का नेतृत्व करते हुए छत्तीसगढ़ की लोक संगीत एवं लोक वाद्य की प्रस्तुति करने लोक वाद्य संग्रहक रिखी क्षत्रिय एवं साथी मंगलवार को हैदराबाद के लिए दुर्ग से रवाना हुए।
उल्लेखनीय है कि गैर सरकारी पहल ‘लोकमंथन’ की ओर से छत्तीसगढ़ ग्रीन समिट का आयोजन 3 से 5 अक्टूबर तक राजधानी रायपुर में किया गया था।
इस दौरान इस्पात नगरी भिलाई निवासी व प्रख्यात लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय ने अपनी प्रस्तुति दी थी। वहीं उन्होंने अपने संग्रहित लोकवाद्यों की प्रदर्शनी लगाई थी। इस दौरान रिखी क्षत्रिय की कला व उनके वाद्य यंत्रों का संग्रह देख कर प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे नंदकुमार ने मुक्त कंठ से सराहना की और हैदराबाद में 21 से 24 नवंबर तक होने वाले ‘लोकमंथन’ के चौथे संस्करण में शामिल होने का न्योता दिया था। इस पहल के तहत अब रिखी का दल हैदराबाद रवाना हो चुका है।
वहां रिखी देश भर के आदिवासी लोक कला मर्मज्ञों और आदिवासी समुदाय के कलाकारों के बीच अपना संग्रह प्रस्तुत करेंगे और अपने समूह के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुति भी देंगे। रिखी के साथ इस दल में रामकुमार निषाद , भोलाराम, उग्रसेन, देवदास, रामकुमार पाटिल, डोरेलाल, कुलदीप सार्वा, दिनेश वर्मा, अजित, राजेश, कमल ,शिवम, सुनील ,नवीन ,प्रदीप ,प्रमोद ,पारस ,संजीव कुमार ,भिमेष और वेद प्रकाश शामिल हैं।